उत्तर प्रदेश सरकार होमगार्ड जवानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी देने की तैयारी में है। राज्य सरकार ने लगभग 80,000 होमगार्ड जवानों को कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) की सुविधा देने पर विचार किया है। यह घोषणा होमगार्ड नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री ने 62वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान की। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव पर विचार चल रहा है और जैसे ही कैबिनेट से मंजूरी मिलती है, इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार 44,000 से अधिक होमगार्ड पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी शुरू करने वाली है।
2017 में सरकार ने होमगार्ड सिपाहियों का दैनिक मानदेय बढ़ाया था, जो पहले ₹375 था और अब ₹500 हो चुका है। वर्तमान में होमगार्ड जवानों को ₹918 का दैनिक भत्ता मिल रहा है। इसके अलावा, जवानों को वर्दी, अंतर्जनपदीय भत्ता और दुर्घटना बीमा जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। दुर्घटना की स्थिति में, 5 लाख तक की विभागीय अनुग्रह राशि और 35-40 लाख रुपए तक बीमा कवर भी दिया जा रहा है।
होमगार्ड जवानों की ट्रेनिंग को भी अब 45 दिनों से बढ़ाकर 90 दिन किया जा चुका है। वर्तमान में, 40 से अधिक विभागों में होमगार्ड जवानों की सेवाएं ली जा रही हैं।
इसके अलावा, 13 साल बाद होमगार्ड विभाग में नई भर्ती प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। करीब 44,000 पदों पर भर्ती की जाएगी, जिनकी नियुक्ति प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इस भर्ती प्रक्रिया के लिए होमगार्ड विभाग द्वारा एक विशेष भर्ती बोर्ड का गठन किया जाएगा, जिसका मुख्यालय लखनऊ में होगा। होमगार्ड विभाग द्वारा मसौदे पर काम चल रहा है और यह भर्ती प्रक्रिया दो चरणों में की जाएगी। वर्तमान में 1,18,348 होमगार्ड के पद हैं, जिनमें से 74,155 पर जवान तैनात हैं, जबकि 44,193 पद खाली हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों को लंबा इंतजार नहीं करना होगा। मार्च 2025 तक भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और पहले चरण की प्रक्रिया 6-8 महीने में पूरी होने के बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू होगी।
उत्तर प्रदेश के होमगार्ड जवानों के लिए सरकार एक बड़ी खुशखबरी देने जा रही है। राज्य सरकार करीब 80,000 होमगार्ड जवानों को कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) की सुविधा देने पर विचार कर रही है। यह घोषणा होमगार्ड नागरिक सुरक्षा राज्य मंत्री द्वारा 62वें स्थापना दिवस समारोह में की गई। उन्होंने कहा कि इस पर मंथन चल रहा है, और जैसे ही कैबिनेट से मंजूरी मिलेगी, इसे जल्द लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, 44,193 पदों पर होमगार्ड की नई भर्ती प्रक्रिया भी शुरू होने वाली है, और इसके लिए भर्ती नियमों पर काम जारी है।
2017 में सरकार ने होमगार्ड सिपाहियों के दैनिक मानदेय को बढ़ाकर ₹375 से ₹500 कर दिया था। वर्तमान में, होमगार्ड जवानों को ₹918 का दैनिक भत्ता मिल रहा है। इसके अलावा, उन्हें वर्दी, अंतर्जनपदीय भत्ता, और दुर्घटना की स्थिति में 5 लाख रुपये तक की विभागीय अनुग्रह राशि और बीमा भी प्रदान किया जाता है, जिससे वे 35 से 40 लाख रुपये तक का कवर प्राप्त करते हैं। होमगार्ड जवानों की ट्रेनिंग को भी 45 दिनों से बढ़ाकर 90 दिन किया जा चुका है, और सरकार ने इस बदलाव को मंजूरी दे दी है। फिलहाल, 40 से ज्यादा विभागों में होमगार्ड जवानों की सेवाएं ली जा रही हैं।
होमगार्ड विभाग में 13 साल बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू हो रही है। विभाग में लगभग 44,000 पद खाली हैं, जिन पर भर्ती की प्रक्रिया जल्दी शुरू की जाएगी। इसके लिए होमगार्ड भर्ती बोर्ड का गठन किया जा रहा है, जिसका मुख्यालय लखनऊ में होगा। यह भर्ती प्रक्रिया दो चरणों में की जाएगी। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कुल 1,18,348 होमगार्ड के पद हैं, जिनमें से 74,155 पदों पर जवान तैनात हैं, जबकि 44,193 पद खाली हैं।
इस भर्ती प्रक्रिया में उम्मीदवारों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मार्च 2025 तक भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, और पहले चरण की प्रक्रिया 6-8 महीने में पूरी होने के बाद दूसरे चरण की भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इस बार भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता में कुछ बदलाव किए गए हैं। पहले हाईस्कूल पास होना अनिवार्य था, लेकिन अब इससे अधिक शिक्षित उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं और उन्हें अतिरिक्त अंक दिए जाएंगे। भर्ती के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम 45 वर्ष निर्धारित की गई है। इस बार भर्ती में लिखित परीक्षा का भी प्रावधान होगा, जबकि पहले यह प्रक्रिया नहीं होती थी।
उत्तर प्रदेश में आखिरी बार होमगार्ड की भर्ती 2011 में हुई थी, इसके बाद से कोई बड़ी भर्ती नहीं निकली। 2018 में एक भर्ती निकाली गई थी, लेकिन उसे बाद में निरस्त कर दिया गया। अब, होमगार्ड भर्ती बोर्ड की स्थापना के बाद भर्ती प्रक्रिया को जल्द ही शुरू किया जाएगा।